Manu Bhaker: मनु भाकर ने पेरिस ओलिंपिक 2024 में इतिहास रच दिया है। महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में मनु ने भारत के लिए 2 ब्रॉन्ज मेडल जीते है। ये पेरिस ओलिंपिक में भारत का पहला मेडल जीतने वाली खिलाडी बनी है। इसके साथ ही 22 वर्षीय मनु भाकर ओलिंपिक में मेडल जीतने वाली भारत की पहली महिला निशानेबाज बन गई हैं। इससे पहले राजवर्धन सिंह राठौर, अभिनव बिंद्रा, गगन नारंग, जैसे खिलाड़ियों ने भारत के लिए मैडल जीते थे।
मनु की इस उपलब्धि ने पूरे देश को गर्व महसूस कराया है और युवाओं के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बन गई हैं। उनकी मेहनत, समर्पण और लगन ने दिखा दिया कि सही मार्गदर्शन और आत्मविश्वास के साथ किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। मनु ने इस जीत के बाद अपने कोच और परिवार को धन्यवाद दिया, जिनके सहयोग और समर्थन के बिना यह संभव नहीं था।
मनु भाकर की यह जीत भारतीय खेल इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शक साबित होगी। उनके इस अद्भुत प्रदर्शन ने भारत में निशानेबाजी को और भी लोकप्रिय बना दिया है और युवा खिलाड़ियों को अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित किया है।
Manu Bhaker net worth
मीडिया रिपोर्ट में चल रही चर्चाओं की माने तो मनु भाकर की नेटवर्थ करीब 12 करोड़ रुपये बताई जा रही है। इसमें उनकी प्रतियोगिताओं से कमाई के साथ ही विज्ञापन और सोशल मिडिया प्लेट फॉर्म शामिल हैं। 2018 में मनु ने यूथ ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीता था। इसके बाद हरियाणा सरकार ने उन्हें दो करोड़ रुपये देने की घोषणा की थी। मनु भाकर ने सोशल मीडिया पर इन वादों को ‘जुमला’ कहा था। मनु के मेडल जीतने के बाद यह ट्वीट काफी वायरल हुआ है।
मनु भाकर ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल की हैं। उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण ने उन्हें न केवल आर्थिक रूप से सशक्त बनाया है, बल्कि उन्हें एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व भी बनाया है। मनु की यह प्रतिक्रिया बताती है कि खेलों में पुरस्कार और सम्मान के साथ-साथ खिलाड़ियों की वास्तविक समस्याओं पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है।
मनु का यह ट्वीट न केवल उनकी भावनाओं को व्यक्त करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि खिलाड़ियों को अपने अधिकारों के लिए आवाज उठानी चाहिए। उनकी इस साहसिक पहल ने कई अन्य खिलाड़ियों को भी प्रेरित किया है कि वे अपने अनुभव और समस्याओं को सार्वजनिक रूप से साझा करें। मनु भाकर की यह कहानी हमें यह सिखाती है कि सच्ची सफलता केवल मेडल जीतने में नहीं है, बल्कि अपने अधिकारों और सम्मान के लिए लड़ने में भी है।
Manu Bhaker Instagram
बात करे इंस्टग्राम पर Manu Bhaker की उपस्तिथि की तो मनु भाकर एक समय से इंस्टग्राम का यूज़ कर रही है। इंस्टाग्राम पर 382 पोस्ट से वर्तमान में उनके 947K फॉलोअर्स हैं। मनु अपने इंस्टाग्राम पेज पर अपनी ट्रेनिंग, प्रतियोगिताओं और व्यक्तिगत जीवन की झलकियां साझा करती हैं।
उनकी पोस्ट्स में न केवल उनकी मेहनत और समर्पण दिखता है, बल्कि उनके जीवन की प्रेरणादायक कहानियों को भी दर्शाया जाता है। मनु भाकर के मैडल जीतने के बाद इनके इंस्टाग्राम फॉलोअर्स बहुत तेजी से बड़े थे। जिनका बढ़ने का शिलशिला अब भी बना हुआ है।
Manu Bhaker family
मनु भाकर के पिता, राम किशन भाकर, मर्चेंट नेवी में चीफ इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं। उनकी मां, सुमेधा भाकर, संस्कृत में मास्टर्स डिग्री धारक हैं और उन्होंने गोरिया के स्कूल में प्रिंसिपल के रूप में भी सेवाएं दी हैं। सुमेधा का परिवार चर्खी दादरी जिले के कलाली गाँव से है और यह परिवार शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित स्थान रखता है।
मनु भाकर की इस सफलता के पीछे उनके माता-पिता का सहयोग और समर्थन बहुत महत्वपूर्ण रहा है। उनके परिवार ने हमेशा उन्हें प्रोत्साहित किया और उनके सपनों को साकार करने में मदद की।
Manu bhaker cast
कितने शर्म की बात है की एक खिलाडी जो भारत के लिए मेडल जीत कर लाता है। लोग उसे उसके नाम की वजह उसकी जाति से उसे पहचाने का काम करते है ऐसे में जब मनु भाकर को इस बात का पता चला तो उन्होंने अपनी जाति इंडियन बताई। जिससे उन सभी लोगो का मुँह बंद हो गया जो खिलाडी को उसके नाम की वजह उनकी जाति से उनकी पहचान करते है। ऐसे में बहुत से लोगो का कहना की बो जाट है।
Manu Bhaker Wins 2 Bronze Medal in Paris Olympic 2024
मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक 2024 में दो कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल और मिक्स्ड टीम इवेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए मनु ने भारत के लिए ये पदक जीते। उनकी इस सफलता ने पूरे देश को गर्व से भर दिया है और उन्होंने एक बार फिर साबित कर दिया कि भारतीय निशानेबाज दुनिया के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में शामिल हैं। मनु की इस उपलब्धि ने युवा खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बन गई है और उन्होंने देश का नाम रोशन किया है।